Bonus Share News रिलायंस इंडस्ट्रीज की बोर्ड ने आज यानी 5 सितंबर को 1:1 के अनुपात में शेयरधारकों को शेयर जारी करने की मंजूरी दे दी है। 1:1 अनुपात का मतलब है कि मौजूदा शेयरधारकों को एक शेयर के बदले रिलायंस इंडस्ट्रीज का एक शेयर मिलेगा। मौजूदा शेयरधारकों का मूल्यांकन करने के लिए कंपनी जल्द ही शेयर जारी करेगी। 1980, 1983, 1997, 2009 और 2017 के बाद यह छठी बार होगा जब कंपनी अपने शेयरधारकों को शेयर जारी करेगी। शेयर जारी करने की तारीख अभी तय नहीं हुई है। रिलायंस ने 29 अगस्त को अपनी एजीएम से पहले शेयर जारी किया था।
बोनस शेयर’ क्या है?-
बोनस शेयर, शेयरधारक के पास मौजूद शेयरों की संख्या के आधार पर, बिना किसी अतिरिक्त लागत के, कुल शेयरधारकों को दिए जाने वाले अतिरिक्त शेयर होते हैं। ये कंपनी के संचित शेष होते हैं जिन्हें शेयर के रूप में नहीं दिया जाता बल्कि मुफ़्त शेयरों में बदल दिया जाता है।रिलायंस के मामले में, अगर किसी के पास 1:1 के अनुपात में कंपनी के 100 शेयर हैं, तो उन्हें बोनस में 100 अतिरिक्त शेयर मिलेंगे।
शेयर की कीमत कम करने पर बोनस दिया जाता है-
Bonus Share News बोनस का इस्तेमाल शेयर की कीमत कम करने के लिए किया जाता है।कंपनियां मुख्य रूप से खुदरा निवेशकों के लिए अपने शेयर को अधिक सुलभ बनाने के लिए लाभ शेयर बेचती हैं, खासकर तब जब शेयर की कीमत में उल्लेखनीय वृद्धि होती है। 2024 में अब तक रिलायंस के शेयरों में 17% की वृद्धि हुई है और यह ₹3,000 के स्तर से ऊपर कारोबार कर रहा है।
एक साल में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 24% बढ़ा-
कंपनी के शेयर में आज 1.26% की गिरावट आई। यह 38 रुपये गिरकर 2991 रुपये पर बंद हुआ। रिलायंस के शेयर में एक साल में 23.41% की बढ़ोतरी हुई है। पिछले 6 महीनों में शेयर में लगभग स्थिरता रही है। एक महीने में शेयर में करीब 4% की बढ़ोतरी हुई है।
Bonus Share News रिलायंस एजीएम- जियो यूजर्स को 100GB फ्री स्टोरेज देने का ऐलान-
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने 29 अगस्त को अपनी 47वीं वार्षिक आम बैठक में जियो एआई क्लाउड वेलकम ऑफर की घोषणा की थी। कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा था कि इस ऑफर के तहत जियो यूजर्स को 100 जीबी तक मुफ्त क्लाउड स्टोरेज मिलेगा।
शेयर होल्ड करने से क्या क्या फायदा हो सकतें हे –
(1)अगर किसी व्यक्ति को कंपनी से बोनस शेयर मिलते हैं तो उसे कोई टैक्स नहीं देना पड़ता।
(2)अगर आपको कंपनी से स्लैब के हिसाब से 30% तक टैक्स देना पड़ता है। लेकिन बोनस के तौर पर मिले शेयर खरीदने पर आपको शॉर्ट टर्म में 15% टैक्स और लॉन्ग टर्म में सिर्फ 10% टैक्स देना होगा। वो भी तब जब लॉन्ग टर्म में मूल आय 1 लाख रुपये से ज्यादा हो।
(3)अगर कंपनी शेयर या डिविडेंड देती है तो ज्यादा लाभ होगा। आपके पास जितने ज्यादा शेयर होंगे, डिविडेंड की राशि उतनी ही ज्यादा होगी।
स्प्लिट शेयर क्या है?-
शेयर विभाजन तब होता है जब कोई कंपनी शेयर विभाजन द्वारा उत्पन्न अतिरिक्त शेयरों की संख्या निर्धारित करने के लिए एक निश्चित प्रणाली का उपयोग करती है। निवेशक फर्म में अपनी मौजूदा हिस्सेदारी के अनुसार शेयर खरीदेंगे। हालांकि, इन शेयरों को शेयर विभाजन के लिए पंजीकृत किया जाएगा।
बैंकिंग वर्ष 2024-25 के प्रारंभिक चरण में 15,138 करोड़ रुपये का लाभ-
कुछ महीने पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अप्रैल-जून तिमाही के नतीजे जारी किए थे। इस तिमाही में कंपनी ने 15,138 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाया है। सालाना आधार पर रेवेन्यू में 5.45 फीसदी की गिरावट आई है। पिछले साल इसी तिमाही में रेवेन्यू 16,011 करोड़ रुपये था। इसी समय अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू (आय) 2,36,217 करोड़ रुपये था। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी ने 2,10,831 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाया था। यानी सालाना आधार पर 12.04 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है।
(नोट- किसी भी स्टॉक या म्युचअल फण्ड में निवेश करने से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)