Fixed Income Mutual Funds एक महत्वपूर्ण निवेश विकल्प है जो स्थायी और सुरक्षित रिटर्न देने का वादा करता है। इस लेख में, हम फिक्स्ड एसेट्स एक्सचेंज फंड के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे, जैसे कि उनके फायदे, नुकसान, वे किस प्रकार के निवेशकों के लिए उपयुक्त हैं, और उनमें निवेश करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें।
1.Fixed Income Mutual Funds क्या हैं?
Fixed Income Mutual Funds ऐसे निवेश फंड हैं जो मुख्य रूप से बैंकिंग इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं जो निश्चित ब्याज दर प्रदान करते हैं। इनमें मुख्य रूप से सरकारी और संचित बॉन्ड, ट्रेजरी बिल, डिबेंचर और अन्य ऋण इंस्ट्रूमेंट शामिल हैं। ये फंड निवेशकों को नियमित ब्याज या रिटर्न प्रदान करते हैं, जिससे उन्हें अपनी निवेशित पूंजी पर स्थायी रिटर्न मिलता है।
2. फिक्स्ड इनकम म्यूचुअल फंड के प्रकार-
फिक्स्ड एसेट्स एक्सचेंज फंड के कई प्रकार हैं, जो उनकी निवेश अवधि और निवेश क्षितिज के आधार पर भिन्न होते हैं:
सरकारी बॉन्ड फंड-
ये फंड मुख्य रूप से सरकार द्वारा जारी बॉन्ड में निवेश करते हैं। इन फंड में निवेश करने का मुख्य उद्देश्य सुरक्षित और सुनिश्चित रिटर्न प्राप्त करना है, क्योंकि सरकार द्वारा जारी बॉन्ड पर डिफ़ॉल्ट की संभावना बहुत कम है।
पूल्ड बॉन्ड फंड-
ये फंड कंपनियों द्वारा जारी किए गए बॉन्ड में निवेश करते हैं। पूल्ड बॉन्ड सरकारी बॉन्ड की तुलना में अधिक ब्याज दर प्रदान करते हैं, लेकिन इनमें डिफ़ॉल्ट का जोखिम भी अधिक होता है।
डेट फंड-
डेट फंड कई तरह के डेट इंस्ट्रूमेंट में निवेश करते हैं, जैसे सरकारी बॉन्ड, पूल्ड बॉन्ड और अन्य सुरक्षित एसेट इंस्ट्रूमेंट। ये फंड निवेशकों को स्वीकृत एसेट प्रदान करते हैं और बुनियादी सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
गिल्ट फंड-
गिल्ट फंड केवल सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश करते हैं। इन फंड का उद्देश्य निवेशकों को सुरक्षित और सुनिश्चित निवेश प्रदान करना है, क्योंकि ये पूरी तरह से सरकार द्वारा समर्थित हैं।
फ्लोटिंग अमाउंट फंड-
फ्लोटिंग अमाउंट फंड ऐसे फंड होते हैं जो ऐसे डेट इंस्ट्रूमेंट में निवेश करते हैं जिनकी ब्याज दर बाजार दरों के अनुसार उतार-चढ़ाव करती है। इन फंड का उद्देश्य निवेश जोखिम को कम करना और निवेशकों को एक स्थिर एसेट प्रदान करना है।
3.फिक्स्ड एसेट एक्सचेंज फंड के लाभ-
सुरक्षित और स्थिर रिटर्न-
फिक्स्ड एसेट एक्सचेंज फंड में निवेश करने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि वे निवेशकों को सुरक्षित और स्थिर निवेश प्रदान करते हैं। इन फंडों में निवेश किए गए अधिकांश उपकरण स्थिर ब्याज दरें प्रदान करते हैं, जिससे निवेशकों को एक स्थिर परिसंपत्ति मिलती है।
जोखिम में कमी-
इन फंडों में निवेश करने का एक और बड़ा लाभ यह है कि इनमें जोखिम कम होता है। सरकारी बॉन्ड और उच्च गुणवत्ता वाले पूल्ड बॉन्ड में निवेश करके, निवेशक अपनी पूंजी की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।
विविधीकरण-
फिक्स्ड एसेट एक्सचेंज फंड विभिन्न प्रकार के ऋण उपकरणों में निवेश करते हैं, जिससे निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने का मौका मिलता है। विविधता निवेशकों के जोखिम को कम करती है और उन्हें विभिन्न स्रोतों से परिसंपत्तियां खरीदने का मौका देती है।
स्वीकार्य आय-
फिक्स्ड एसेट निवेश फंड नियमित रूप से ब्याज देते हैं, जिससे निवेशकों को स्वीकार्य आय मिलती है। यह विशेष रूप से सेवानिवृत्त लोगों जैसे स्थायी आय चाहने वाले निवेशकों के लिए फायदेमंद है।
4. फिक्स्ड एसेट निवेश फंड के नुकसान-
सीमित रिटर्न-
फिक्स्ड एसेट निवेश फंड के उपरोक्त नुकसानों में से एक यह है कि वे जो निवेश प्रदान करते हैं वे सीमित हैं। ये फंड सुरक्षित निवेश प्रदान करते हैं, लेकिन उनके निवेश में उतनी तेज़ी से वृद्धि होने की संभावना नहीं है जितनी कि लीवरेज्ड फंड में हो सकती है।
ब्याज दर जोखिम-
ब्याज दरों में परिवर्तन से निश्चित परिसंपत्ति निवेश निधि के निवेश पर असर पड़ सकता है। यदि ब्याज दर बढ़ती है, तो जारी किए गए बॉन्ड की मात्रा घट सकती है, जिससे फंड का रिटर्न कम हो सकता है।
वृद्धि जोखिम-
निश्चित परिसंपत्ति निवेश निधि मुद्रास्फीति के प्रभावों के प्रति पूरी तरह उत्तरदायी नहीं हैं। यदि वृद्धि की मात्रा बढ़ती है, तो निश्चित परिसंपत्ति निधि से आवंटन कुल रिटर्न से कम हो सकता है।
डिफ़ॉल्ट की संभावना-
निश्चित परिसंपत्ति निधि जो संचित बॉन्ड में निवेश करती हैं, उनमें भी डिफ़ॉल्ट की संभावना होती है। यदि बैंड जारीकर्ता अपने बैंकिंग दायित्वों को पूरा करने में असमर्थ है, तो निवेशकों को नुकसान हो सकता है।
5. किस प्रकार के निवेशकों के लिए निश्चित परिसंपत्ति विनिमय निधि उपयुक्त हैं?
कम जोखिम सहन करने वाले निवेशक-
निश्चित परिसंपत्ति विनिमय निधि उन निवेशकों के लिए उपयुक्त हैं जिनकी जोखिम सहन करने की क्षमता कम है और जो अपनी पूंजी को कम से कम रखना पसंद करते हैं। इन निधियों में निवेश करके, वे अपनी मूल जमा राशि को कई गुना बढ़ा सकते हैं और स्थायी आय प्राप्त कर सकते हैं।
सेवानिवृत्त व्यक्ति-
रिटायर्ड व्यक्तियों के लिए फिक्स्ड एसेट एक्सचेंज फंड एक आदर्श विकल्प हो सकता है, क्योंकि ये फंड उन्हें नियमित और स्थायी आय प्रदान करते हैं। रिटायरमेंट के बाद, जब नियमित आय प्राप्त नहीं होती है, तो ये फंड निश्चित आय का स्रोत बन सकते हैं।
दीर्घकालिक निवेशक-
दीर्घकालिक निवेशक
जो निवेशक दीर्घकालिक निवेश की तलाश में हैं और स्थायी रिटर्न चाहते हैं, उनके लिए फिक्स्ड इनवेस्टमेंट फंड एक अच्छा विकल्प हो सकता है। हालाँकि इन फंडों का हिस्सा फिक्स्ड इनवेस्टमेंट फंड जितना ज़्यादा नहीं हो सकता है, लेकिन वे सुरक्षित और स्थिर हैं।